यदि जमानत आदेश में कारणों का अभाव है तो अभियोजन या शिकायतकर्ता इसे ऊंची अदालतों के समक्ष चुनौती दे सकते हैं: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने माना कि यदि जमानत देने का आदेश प्रासंगिक कारण रहित है तो वह अभियोजन या शिकायतकर्ता को ऊंचे मंच पर इसका विरोध करने का अधिकार देगा। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि हालांकि जमानत देते समय विस्तृत कारणों को निर्दिष्ट करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन किसी भी तर्क से रहित कोईContinueContinue reading “यदि जमानत आदेश में कारणों का अभाव है तो अभियोजन या शिकायतकर्ता इसे ऊंची अदालतों के समक्ष चुनौती दे सकते हैं: सुप्रीम कोर्ट”

जानिए ज़मानत (Bail) का मूल अर्थ

आपराधिक मामलों के संदर्भ में ज़मानत प्रचलित शब्द है। जब भी कोई व्यक्ति किसी प्रकरण में अभियुक्त बनाया जाता है तथा अन्वेषण (Investigation), जांच (Inquiry) और विचारण (Trial) के लंबित रहते हुए उस व्यक्ति को कारावास में परिरुद्ध किया जाता है तब ज़मानत शब्द, उस अभियुक्त के लिए सबसे अधिक उपयोग में लाया जाता है।ContinueContinue reading “जानिए ज़मानत (Bail) का मूल अर्थ”

CIRCUMSTANCES WHERE BAIL GRANTED HAS TO BE CANCELLED

CJI Justice N. V. Ramana, Justice Surya Kant and Justice Hima Kohli of the Supreme Court noted the circumstances where bail granted has to be cancelled. The court while disposing of the appeal had set aside the decision of the High Court and directed the respondent-accused to surrender before the Trial Court.As per the prosecution,ContinueContinue reading “CIRCUMSTANCES WHERE BAIL GRANTED HAS TO BE CANCELLED”

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